Sundar pichai कौन हैं ? Google के Ceo बनने तक की कहानी -
Hello, friends आपका LokeshTrix.com पर स्वागत है। कहते हैं न कि अगर आप कुछ करने की चाहो तो आपका राश्ता खुद बनता जाएगा। और अगर नहीं करने की हो तो आप कुछ भी नहीं कर सकते। ऐसा इसलिये क्योंकि आज की इस पोस्ट में एक ऐसे व्यक्ति के बारे में चर्चा करेंगे जो काफी मेहनत और लगन से आज Google के CEO बन गए हैं। और वो भी एक भारतीय हैं। उन्होंने अपनी ज़िंदगी मे न जाने कितनी संघर्ष करके आज google के CEO बने हैं। तो चलिए इस पोस्ट में ज्यादा समय न लेते हुए अपने देश के ऐसे व्यक्ति के बारे में चर्चा करेंगे जिसकी सैलरी सुन कर आप भी दंग रह जाएंगे।
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| Sundar Pichai CEO of Google |
सुंदर पिचाई कौन हैं ?
सुंदरराजन पिचाई, जिन्हें सुन्दर पिचाई के नाम से जाना जाता है, एक वरिष्ठ टेक्नोलॉजी एग्जीक्यूटिव हैं और वर्तमान में सर्च इंजन कंपनी गूगल के CEO हैं। उन्हें 10 अगस्त 2015 को गूगल क सी.इ.ओ. (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) चुना गया। भारत में जन्मे और आई.आई.टी. खरगपुर से बी.टेक करने वाले सुन्दराजन पिचाई ने सन 2004 में दुनिया की सबसे बड़ी सर्च कंपनी Google से जुड़े, और अपनी कड़ी मेहनत और योग्यता के बल पर कंपनी के सबसे बड़े पद के लिए चुने गए।
प्रारंभिक जीवन
सुंदरराजन पिचाई का जन्म 12 जुलाई 1972 में तमिल नाडु की राजधानी चेन्नई में एक तमिल परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम रघुनाथ पिचाई और माता का नाम लक्ष्मी है। सुन्दर के पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश कंपनी ‘जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी’ (जी.इ.सी.) में वरिष्ठ इलेक्ट्रिकल इंजिनियर थे और कंपनी के इलेक्ट्रिकल पुर्जे बनाने वाली एक इकाई का प्रबंधन देखते थे। सुंदर का बचपन मद्रास के अशोक नगर में बीता।
सुन्दर पिचाई ने अशोक नगर स्थित जवाहर विद्यालय से कक्षा 10 तक की पढ़ाई की और फिर आई.आई.टी. चेन्नई में स्थित वना वाणी स्कूल से 12वीं की पढ़ाई की। इसके बाद सुन्दर ने आई.आई.टी. खरगपुर में दाखिला लिया और मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। आई.आई.टी. खड़गपुर में उनके प्राध्यापकों ने उन्हें स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पी.एच.डी करने की सलाह दी पर सुन्दर ने एम.एस और एम.बी.ए. किया। उन्होंने स्तान्फोर्ड विश्वविद्यालय से ‘मटेरियल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग’ में मास्टर ऑफ़ साइंस किया और पेनसिलवेनिया विश्वविद्यालय के ‘व्हार्टन स्कूल’ से प्रबंधन (एम.बी.ए.) की शिक्षा ग्रहण की।
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| PM Modi With Sundar Pichai |
Carrier (करियर)
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सुन्दर पिचाई ने ‘एप्लाइड मैटेरियल्स’ में इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट मैनेजमेंट में कार्य किया। उसके पश्चात उन्होंने मैकिंसे एंड कंपनी में मैनेजमेंट कंसल्टिंग में कार्य किया।
Google में joining
सुन्दर पिचाई ने सन 2004 में गूगल ज्वाइन किया जहाँ उन्हें ‘उत्पाद प्रबंधन’ और ‘नई खोजों और नए विचारों’ से सम्बंधित कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गयी। इसके तहत उन्होंने गूगल क्रोम, क्रोम ओ.एस. और गूगल ड्राइव जैसे उत्पादों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके साथ-साथ उन्होंने गूगल मैप्स और जी मेल जैसे महत्वपूर्ण उत्पादों के ऐप्लीकेशन डेवलपमेंट में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 19 नवम्बर 2009 में सुन्दर पिचाई क्रोम ओ.एस. का प्रदर्शन किया और उसके बाद क्रोमबुक को सन 2011 में जांच व् परिक्षण के लिए उतारा गया। जांच और परिक्षण के बाद सन 2012 में इसे ग्राहकों के लिए उतारा गया। मई 2010 में पिचाई ने गूगल के नए विडियो कोडेक VP8 के ओपेन सोर्सिंग का एलान किया। गूगल के इस विडियो कोडेक ने एक नया विडियो फॉर्मेट WebM प्रस्तुत किया।
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मार्च 2013 में एंड्राइड भी सुन्दर पिचाई के अंतर्गत आने वाले उत्पादों में शामिल हो गया। इससे पहले एंड्राइड का कार्य और विकास एंडी रुबिन के प्रबंधन में हो रहा था। सन 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के अगले सी.इ.ओ. (मुख कार्यकारी अधिकारी) के तौर पर सुन्दर पिचाई का नाम ख़बरों में रहा। सुंदरराजन पिचाई को गूगल का अगला सी.इ.ओ. (मुख कार्यकारी अधिकारी) बनाने के निर्णय की जानकारी 10 अगस्त 2015 को दी गई। 24 अक्टूबर 2014 को गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज ने पिचाई को उत्पाद प्रमुख बनाने की घोषणा की थी।
पिचाई अपने नए पद को अल्फाबेट इंक के स्थापना के बाद संभालेंगे। अल्फाबेट इंक अब गूगल के सभी उत्पादों और कंपनियों की होल्डिंग कंपनी होगी जिसके सी.इ.ओ. (मुख कार्यकारी अधिकारी) लैरी पेज होंगे।
क्या आप जानते हैं -
- साल 2011 में सुंदर पिचाई ने ट्विटर कंपनी को ज्वाइन करने का फैसला कर लिया था, लेकिन गूगल कंपनी ने इन्हें अधिक पैसे देकर ट्विटर कंपनी में जाने से रोक लिया था.
- सुंदर पिचाई और उनकी पत्नी एक साथ ही आईआईटी कॉलेज में पढ़ाई किया करते थे और इसी दौरान इन्होंने एक दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया था.
- समय समय पर सुंदर पिचाई अपने कॉलेज, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के छात्रों के साथ स्काइप के जरिए बात करते रहते हैं और इनके साथ अपने अनुभव को बांटते हैं.
सुंदर पिचाई की कमाई (sallary)
44 साल के भारतीय मूल के सुंदर पिचाई जो Google के सीईओ हैं उनकी एक साल की कमाई जानकर आप हैरान हो जाएंगे. पिचाई को पिछले साल कुल भुगतान US $200 मिलियन करीब 13 अरब रुपये की सैलरी दी गई, ये 2015 की तुलना में डबल है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2016 में पिचाई को $650,000 करीब 5 करोड़ रुपये दिए गए थे जो कि 2015 दिए गए सैलरी से थोड़ी कम है.
लेकिन लंबे समय तक गूगल के कर्मचारी रहने के बाद जब अगस्त 2015 में कंपनी का पुनर्गठन किया तब सुंदर पिचाई को गूगल का सीईओ बनाया गया. उसके बाद इन्हें 2016 में $198.7 मिलियन करीब 13 अरब रुपये स्टॉक अवार्ड के रुप में दिया गया जो कि 2015 के स्टॉक अवार्ड $99.8 मिलियन करीब 6.5 अरब की तुलना में दोगुनी है.
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| Sundar pichai |
इस तरह से पिचाई को पिछसे साल $199.7 मिलियन दिए गए जो कि उससे पहले दिए गए $100.6 मिलियन की तुलना में दोगुनी है.
पिचाई को इतनी भारी भरकम रकम मिलने के पीछे ये भी कारण है कि पैरेंट कंपनी के को फाउंडर लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने सीईओ और प्रेसिडेंट की भूमिका में रहते हुए केवल $1 करीब 70 रुपये ही लिए. जबकि दोनों को स्टॉक होल्डिंग के जरिए $40 बिलियन करीब 26 खरब रुपये मिलने चाहिए.
पिचाई को बढ़त तब मिली जब गूगले की सेल 22.5 फिसदी बढ़ गई और शुद्ध आय में 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. क्योंकि गूगल इंटरनेट विज्ञापन में नंबर एक पर है.
ये थी कुछ शार्ट में बताई गई सुंदर पिचाई की जीवनी। इस पोस्ट को पढ़कर आपको सच मे एक भारतीय होने पर गर्व हो रहा होगा। सुंदर पिचाई जैसे व्यक्ति आज google के CEO बन गए। कड़ी मेहनत और लगन से आज उन्होंने इस मुकाम पर पहुंचे हैं। हालांकि सुंदर पिचाई तमिल नाडु अपनी जन्म स्थान को छोड़कर अब America में ही रहने लगे हैं।
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